MA Geography कोर्स : एमए भूगोल कोर्स दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम है जो छात्रों को भौतिक, क्षेत्रीय और आर्थिक पहलुओं सहित पृथ्वी विज्ञान से संबंधित विषयों के बारे में अवगत कराता है। भूगोल में डिग्री पाने वाले छात्र कई अंतरराष्ट्रीय नौकरी क्षेत्रों में रोजगार पा सकते हैं और साथ ही एक कृषि विशेषज्ञ, भूगोलवेत्ता, मानचित्रकार, जनसांख्यिकी, वन प्रबंधक, प्रोफेसर, शिक्षक के रूप में भी काम कर सकते है।
भारत में हर साल लगभग 25,600 छात्र एमए भूगोल कोर्स में एडमिशन लेते हैं। इन सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में एडमिशन की प्रक्रिया एक – दुसरे से भिन्न होती है। इस कोर्स में आवेदन करने के योग्य होने के लिए, छात्रों को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
डिग्री | पोस्ट ग्रेजुएशन |
कोर्स | एमए भूगोल |
कोर्स का पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ आर्ट्स इन जियोग्राफी |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | ग्रेजुएशन |
आयु | कोई आयु सीमा नहीं |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 10,000 से 60,000 |
औसत वेतन | 3 से 8 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | स्कूल एंव कॉलेज, पुरातत्व, पर्यटन, कृषि क्षेत्र आदि |
नौकरी प्रोफाइल | भूगोल अध्यापक, कंटेंट राइटर, कार्टोग्राफर, डेमोग्राफर, लैंड एनालिस्ट आदि |
एमए भूगोल कोर्स की फीस विश्वविद्यालय के अनुसार भिन्न – भिन्न है। जहां सरकारी संस्थान की फीस प्राइवेट संस्थान की तुलना में कम होती है। एमए भूगोल को लगभग 20,000 से 80,000 रुपये में किया जा सकता है।
एमए भूगोल कोर्स क्या है?
मास्टर ऑफ आर्ट्स इन जियोग्राफी, जिसे एमए भूगोल के नाम से भी जाना जाता है। ये दो साल का पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्स है जो पृथ्वी विज्ञान में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है। एमए भूगोल के पाठ्यक्रम भू-आकृति विज्ञान से लेकर जनसंख्या और मानव विकास तक सब कुछ कवर किया जाता हैं जो यह सुनिश्चित करता है कि छात्रों को भूगोल और इसके सिद्धांतों की अच्छी समझ विकसित हो।
MA भूगोल एक दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स है जो भूगोल के विभिन्न पहलुओं कोफिजिकल, क्षेत्रीय, और आर्थिक पहलुओं के बारे में छात्रों को सिखाता है। भूगोल में डिग्री रखने वाले छात्र बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय नौकरी क्षेत्रों में रोजगार पा सकते हैं। उन्हें कृषि विशेषज्ञ, भूगोलज्ञ, मानचित्रकार, जनसंख्या विश्लेषक, वन प्रबंधक, प्रोफेसर, शिक्षक की भूमिका में नौकरी करने का मौका मिल सकता है।
एमए भूगोल उन छात्रों के लिए एक व्यापक पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है जो पृथ्वी विज्ञान की भौतिक विशेषताओं के साथ-साथ इससे संबंधित मानवीय गतिविधियों का अध्ययन करना चाहते हैं। एमए भूगोल कोर्स में नौकरी का दायरा भी काफी विशाल है जहां छात्र सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पा सकते हैं।
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एमए भूगोल कोर्स क्यों करना चाहिए?
एमए भूगोल कोर्स क्यों करना चाहिए, इसके कई कारण हैं। जिनकी जानकारी आपको नीचे दी गयी है:
- इस कोर्स के माध्यम से छात्रों को मानवीय गतिविधियों और प्राकृतिक दुनिया के बीच संबंधों की गहन समझ विकसित करने में मदद मिलती है।
- इस कोर्स की मदद से उम्मीदवार तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले जानकारी को सीखने, एकत्र करने और उसका विश्लेषण करने में सक्षम होते है।
- एमए भूगोल कोर्स करने के बाद उम्मीदवार उच्च शिक्षा के लिए एमफिल या पीएचडी जैसे कोर्स भी कर सकते है।
- यह कोर्स विशेष रूप से नौकरी आधारित है जिसे पूरा करने के बाद, छात्रों के पास सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में करियर बनाने के विभिन्न विकल्प हैं।
- एमए भूगोल डिग्री धारक कृषि विशेषज्ञ, भूगोलवेत्ता, मानचित्रकार, जनसांख्यिकी, वन प्रबंधक, प्रोफेसर आदि के रूप में भी नौकरी पा सकते है।
एमए भूगोल कोर्स के Types
उम्मीदवार फुल-टाइम, पार्ट-टाइम या डिस्टेंस मोड में एमए भूगोल कोर्स कर सकते हैं। नीचे एमए भूगोल कोर्स के प्रकार विस्तार से दिए गए हैं:
फुल-टाइम एमए भूगोल : फुल-टाइम एमए भूगोल कोर्स आम तौर पर 2 साल के लिए होता है, जहां छात्रों को व्यक्तिगत रूप से कॉलेज कक्षाओं में भाग लेना होगा, असाइनमेंट जमा करना होगा और कैंपस में अपनी परीक्षा देनी होती है। फुल-टाइम एमए भूगोल कोर्स का लाभ यह है कि छात्रों को अपने साथियों और क्लासमेट के साथ सीधे बातचीत के माध्यम से बहुत कुछ अनुभव और ज्ञान प्राप्त होता है।
पार्ट-टाइम एमए भूगोल : पार्ट-टाइम एमए भूगोल कोर्स उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो रेगुलर क्लासेस में भाग नहीं ले सकते हैं। पार्ट-टाइम कोर्स में छात्र साप्ताहिक या रात की कक्षाओं या ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल होते हैं, जो कोर्स के प्रकार पर निर्भर करता है। पार्ट-टाइम एमए भूगोल कोर्स का लाभ यह है कि छात्र इस पाठ्यक्रम के साथ-साथ रोजगार आदि भी कर सकते हैं।
डिस्टेंस एमए भूगोल : भारत में कई विश्वविद्यालय है जो डिस्टेंस मोड में एमए भूगोल कोर्स प्रदान करते हैं। यह कोर्स उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो कॉलेज क्लासेस में भाग लेने में असमर्थ हैं या जो किसी प्रकार के रोजगार में लगे हुए हैं और रेगुलर कोर्स करने के लिए समय नहीं निकाल सकते हैं।
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MA Geography कोर्स : न्यूनतम योग्यता
भूगोल में एमए कौन कर सकता है? भारत में एमए भूगोल कोर्स में एडमिशन के लिए पहले आपको कोर्स की न्यूनतम योग्यता को पूरा करना होगा, जिसमें उम्मीदवार ने बीए भूगोल कोर्स में न्यूनतम 40% प्राप्त किए होने चाहिए या फिर अन्य ग्रेजुएशन डिग्री धारक भी एमए भूगोल कोर्स में एडमिशन ले सकते है। लेकिन आपने अपना ग्रेजुएशन एक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किया होना चाहिए, तभी आप एडमिशन के लिए योग्य माने जायेंगे।
इस कोर्स में कॉलेज के आधार पर मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन लिया जा सकता है। यह कोर्स सभी उम्र छात्रों के लिए है वर्तमान में, भारत में एमए भूगोल एक बहुत ही लोकप्रिय और उच्च मांग वाला कोर्स है और जो तुरंत उत्तीर्ण होने के बाद उम्मीदवारों के लिए उच्च नौकरी की गुंजाइश प्रदान करता है।
MA Geography कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
एमए भूगोल कोर्स में एडमिशन विश्वविद्यालय एंव कॉलेज के अनुसार मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर किया जाता है।
मेरिट के आधार पर : मेरिट के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया अपनाने वाले संस्थानों में पहले आपको आवेदन करना है और फिर आपके ग्रेजुएशन में प्राप्त अंको के आधार पर मेरिट सूची तैयार कर एडमिशन की अनुमति दी जाती है।
प्रवेश परीक्षा के आधार पर : भारत में कुछ ही संस्थान है जो एमए भूगोल कोर्स में एडमिशन की अनुमति छात्रों द्वारा प्रवेश परीक्षा में किए गए प्रदर्शन के आधार पर देते है। इस प्रक्रिया प्रक्रिया में पहले आपको प्रवेश परीक्षा में आवेदन करना होता है और उसमें प्राप्त स्कोर के आधार पर एडमिशन की अनुमति दी जाती है।
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एमए भूगोल कोर्स के भविष्य में अवसर
भूगोल में एमए के बाद कौन सी नौकरी मिल सकती है? एमए भूगोल कोर्स के छात्र 3,00,000 रुपये और 8,00,000 रुपये के बीच औसत वार्षिक वेतन के साथ मानचित्रकार, भूगोलवेत्ता, कृषि विशेषज्ञ, जनसांख्यिकी, प्रोफेसर और शोधकर्ता जैसे प्रोफाइल में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
इस कोर्स के पूरा होने पर, छात्र एमफिल भूगोल और पीएचडी भूगोल कोर्स में एडमिशन ले सकते है जिससे आपको भूगोल के क्षेत्र में रिसर्च करने का अवसर प्राप्त होगा।