Bsc Computer कोर्स : बीएससी कंप्यूटर साइंस, जिसे बीएससी सीएस के रूप में भी जाना जाता है ये 3 वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स है जो कंप्यूटर विज्ञान, कंप्यूटर अनुप्रयोग और कंप्यूटर के विभिन्न पहलुओं से संबंधित है। इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को शोध अध्येताओं को तैयार करना है जो कंप्यूटर सिस्टम और सॉफ्टवेयर की तकनीक को लागू करके दुनिया के आईटी क्षेत्र में काम कर सके।
डिग्री | ग्रेजुएशन |
कोर्स | बीएससी कंप्यूटर साइंस |
कोर्स का पूरा नाम | बैचलर ऑफ़ साइंस इन कंप्यूटर साइंस |
अवधि | 3 वर्ष |
योग्यता | 10+2 + साइंस स्ट्रीम |
आयु | न्यूनतम 17 वर्ष |
एडमिशन का तरीका | मेरिट या प्रवेश परीक्षा |
कोर्स फीस | 60,000 से 3,00,000 रुपये |
औसत वेतन | 3 से 10 लाख प्रति वर्ष |
नौकरी क्षेत्र | सरकारी एंव प्राइवेट आईटी कंपनी, स्कूल एंव कॉलेज, बैंक, रेलवे आदि |
नौकरी प्रोफाइल | सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, सिस्टम आर्किटेक्ट, वेब डेवलपर, मोबाइल ऐप डेवलपर, वेबसाइट डिजाइनिंग, नेटवर्क इंजीनियर, डेटा एनालिस्ट आदि। |
भारत में हजारों संस्थान है जिनके माध्यम से आप बीएससी कंप्यूटर साइंस कोर्स को कर सकते है, जहां प्रत्येक संस्थान की फीस एक – दुसरे से विल्कुल भिन्न होती है। फिर भी एक अनुमान के मुताबिक इच्छुक उम्मीदवार इस कोर्स को 60,000 से 3,00,000 रुपये कर सकते है। हालंकि फीस आपके द्वारा चुने गए कॉलेज निर्भर करती है जिस तरह अगर आप सरकारी कॉलेज का चुनाव करते है तो आप प्राइवेट कॉलेज की तुलना में कम फीस के साथ पढ़ाई पूरी कर सकते है।
बीएससी कंप्यूटर साइंस कोर्स क्या है?
बीएससी कंप्यूटर साइंस से क्या होता है? कंप्यूटर साइंस में बैचलर ऑफ साइंस (बीएससी सीएस) तीन साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है। कंप्यूटर साइंस एक ऐसा क्षेत्र है जो कंप्यूटिंग, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, डेटाबेस सिस्टम, नेटवर्किंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सिद्धांत से संबंधित है। साथ ही ये कोर्स कंप्यूटर नेटवर्किंग, ऑपरेटिंग सिस्टम और प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से संबंधित विभिन्न आर्किटेक्चर के बारे में जानने की अनुमति देता है।
बीएससी सीएस कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के पास करियर के कई अवसर होंगे जैसे वे आईटी प्रोजेक्ट मैनेजर, डीटीपी ऑपरेटर, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर या नेटवर्क इंजीनियर के रूप में काम करने का विकल्प चुन सकते हैं। यह कोर्स कंप्यूटर और उसके अनुप्रयोगों के व्यवस्थित और तार्किक अध्ययन से संबंधित है। बीएससी सीएस ग्रेजुएट्स के पास कोर जॉब्स (प्रोग्रामिंग, टेस्टिंग) और नॉन-कोर जॉब्स (बीपीओ, नॉन-टेक्निकल) के बीच चयन करने का विकल्प होता है
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बीएससी कंप्यूटर साइंस कोर्स क्यों करना चाहिए?
क्या बीएससी कंप्यूटर साइंस एक अच्छी डिग्री है? जी हाँ,
- जिन उम्मीदवारों की कंप्यूटर, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों में रुचि है, उन्हें यह कोर्स अवश्य करना चाहिए।
- जो उम्मीदवार लोगों के जीवन को आसान बनाने वाले मोबाइल एप्लिकेशन या सॉफ्टवेयर विकसित करना चाहते हैं, वह इस कोर्स को कर सकते हैं।
- जो उम्मीदवार अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद उद्यमी बनकर अपना व्यापार शुरू करना चाहते हैं, वे इस कोर्स का विकल्प चुन सकते हैं। यह उन्हें अपनी कंसल्टेंसी फर्म शुरू करने की अनुमति देता है।
- उम्मीदवार जो पदोन्नति पाने या अपने करियर की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए कंप्यूटर के बारे में अपने ज्ञान में सुधार करने में रुचि रखते हैं, वे डिस्टेंस मोड का विकल्प चुन सकते हैं। जिसके माध्यम से वह अपने काम के साथ पढ़ाई जारी रख सकते है।
बीएससी कंप्यूटर साइंस : कोर्स के Types
आईटी क्षेत्र के तेजी से विकास और सॉफ्टवेयर और कंप्यूटर से संबंधित टेक्नोलॉजी में भारी वृद्धि के साथ, बीएससी कंप्यूटर विज्ञान के लिए उम्मीदवारों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। मांग को पूरा करने के लिए बीएससी कंप्यूटर साइंस कोर्स फुल टाइम, ऑनलाइन और डिस्टेंस मोड में कराया जाता है:
फुल टाइम बीएससी कम्प्यूटर साइंस : बीएससी फुल-टाइम कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध हैं जिन्होंने विज्ञान स्ट्रीम में 40% औसत अंको के साथ किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 वीं या समकक्ष परीक्षा पास की है। इसमें एडमिशन मेरिट सूची के आधार पर प्रदान किया जाता है। लेकिन कुछ कॉलेज प्रवेश परीक्षा को प्राथमिकता देते हैं।
ऑनलाइन बीएससी कंप्यूटर साइंस : ऑनलाइन बीएससी कंप्यूटर साइंस कोर्स विभिन्न व्यक्तिगत वेबसाइटों जैसे ईडीएक्स, कौरसेरा, एलिसन आदि द्वारा प्रदान किए जाते हैं। जिनमें कोर्स की अवधि कुछ घंटों से लेकर 3 महीने तक होती है और इनकी फीस 18,000 रूपये तक है। हालंकि, उम्मीदवारों के लिए सलाह दी जाती है कि इन कोर्सेस को रेगुलर कोर्स के समकक्ष नहीं माना जाता है। इसलिए इस कोर्स को चुनने से पहले उम्मीदवारों को बेहद सावधान रहना चाहिए।
डिस्टेंस बीएससी कंप्यूटर साइंस : डिस्टेंस मोड में बीएससी कंप्यूटर साइंस की अवधि 3 से 6 साल के बीच होती है और इसे विभिन्न भारतीय विश्वविद्यालयों द्वारा लगभग 19,600 से 54,000 के बीच किया जा सकता है शीर्ष डिस्टेंस कॉलेज में विजडम स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, डॉ सीवी रमन यूनिवर्सिटी, पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी आदि शामिल हैं।
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Bsc Computer कोर्स : न्यूनतम योग्यता
बीएससी कंप्यूटर साइंस कोर्स में एडमिशन तभी किया जाएगा, जब उम्मीदवार संस्थान द्वारा निर्धारित न्यूनतम योग्यता मानदंडों को पूरा करते हों। यदि अभ्यर्थी न्यूनतम योग्यता मानदंड को पूरा करने में विफल रहते है तो वह संस्थान में एडमिशन नहीं ले पाएंगे।
- उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 40% अंकों के साथ 10+2 परीक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए।
- उम्मीदवारों को विज्ञान विषयों (भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित) के साथ 10+2 उत्तीर्ण होना चाहिए।
- छात्र की आयु एडमिशन के समय कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए।
- कुछ कॉलेज आरक्षित वर्ग के छात्रों को एडमिशन 5% की छूट प्रदान करते है।
Bsc Computer कोर्स : एडमिशन प्रक्रिया
आमतौर पर बीएससी कंप्यूटर साइंस कोर्स में एडमिशन के लिए कोई प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की जाती है। 10+2 परीक्षा में योग्यता के आधार पर सीधे एडमिशन दिया जाता है। इस प्रक्रिया में छात्रों के 12वी के अंको के आधार पर मेरिट तैयार एडमिशन का निर्णय लिया जाता है जहां छात्र अगर मेरिट सूची में स्थान पा लेता है तो उसे एडमिशन की अनुमति दे दी जाती है।
कुछ संस्थान/विश्वविद्यालय योग्य उम्मीदवारों के लिए व्यक्तिगत साक्षात्कार का आयोजन करते हैं। एडमिशन पिछले शैक्षणिक रिकॉर्ड और संबंधित विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित एक साक्षात्कार में प्रदर्शन के आधार पर होगा। इसके अलावा, शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को सीट आवंटन, दस्तावेज़ सत्यापन और फीस भुगतान के समय शारीरिक रूप से कॉलेज में उपस्थित होना होगा।
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बीएससी कंप्यूटर साइंस कोर्स के भविष्य में अवसर
बीएससी कंप्यूटर साइंस के बाद क्या अवसर हैं? कंप्यूटर साइंस को सबसे अधिक भुगतान करने वाली बीएससी स्पेशलाइजेशन में से एक कहा जा सकता है क्योंकि ये कोर्स कई नौकरियों और करियर विकल्पों की ओर ले जाता है जो आपको प्रति वर्ष लगभग 6 लाख रुपये का औसत वेतन दे सकता है।
बीएससी सीएस करने के बाद उम्मीदवार बैंकों, शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियों में आईटी विभाग, तकनीकी सहायता, सॉफ्टवेयर विकास, सिस्टम रखरखाव, अनुसंधान एवं विकास, तकनीकी परामर्श, सुरक्षा और निगरानी, और अन्य जैसे क्षेत्रों में नौकरी के कई अवसर पा सकता हैं।
कोर्स पूरा होने के बाद छात्र जिन प्रमुख जॉब प्रोफाइलों में जा सकता है उनमें सिस्टम इंजीनियर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, कंप्यूटर हार्डवेयर ऑपरेटर आदि शामिल हैं। इसके अलावा उम्मीदवार उच्च शिक्षा के लिए एमएससी कम्प्यूटर साइंस या एमसीए का विकल्प चुन सकता है।
FAQs
प्रश्न: BSc Computer कोर्स क्या है और इसमें कौन-कौन से विषय पढ़ाए जाते हैं?
उत्तर: BSc Computer कोर्स बैचलर ऑफ साइंस (विज्ञान) की एक डिग्री है, जिसमें कंप्यूटर विज्ञान और टेक्नोलॉजी से संबंधित विभिन्न विषयों का अध्ययन किया जाता है। इसमें कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, डाटाबेस, नेटवर्किंग, वेब डेवलपमेंट, सॉफ़्टवेयर डिज़ाइन और अन्य कंप्यूटर विषय शामिल होते हैं।
प्रश्न: BSc Computer कोर्स के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
उत्तर: BSc Computer कोर्स में एडमिशन प्राप्त करने के लिए आम तौर पर आपको 10+2 परीक्षा में गणित विषय के साथ पास होना आवश्यक होता है। कुछ विश्वविद्यालय और कॉलेजों में अन्य योग्यता मानदंड भी हो सकते हैं, इसलिए आपको अपने चयनित संस्थान के अधिकारियों से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
प्रश्न: BSc Computer कोर्स के अंतर्गत कौन-कौन से विषयों को पढ़ाया जाता हैं?
उत्तर: BSc Computer कोर्स में विभिन्न विषयों को पढ़ाया जाता है, जैसे कि कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, डाटा संरचना, डाटाबेस, नेटवर्किंग, वेब डेवलपमेंट, कंप्यूटर ग्राफ़िक्स, सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग, और कंप्यूटर साइंस विषयों में विशेषज्ञता प्रदान की जाती है।
प्रश्न: BSc Computer कोर्स के बाद क्या करियर विकल्प हैं?
उत्तर: BSc Computer कोर्स के बाद आप कई करियर विकल्प चुन सकते हैं, जैसे कि सॉफ़्टवेयर डेवलपर, वेब डेवलपर, डाटा एनालिस्ट, नेटवर्क इंजिनियर, सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर, और कंप्यूटर टीचर आदि।
प्रश्न: BSc Computer कोर्स की एडमिशन प्रक्रिया क्या होती है?
उत्तर: BSc Computer कोर्स के लिए चयन विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं या मेरिट आधारित होता है। अधिकांश प्रवेश परीक्षाओं के लिए, आपको निर्धारित तारीख तक आवेदन करना होगा और प्रवेश परीक्षा में सफलता के बाद, आपको चयनित संस्थान में एडमिशन मिलेगा। मेरिट आधारित एडमिशन के लिए, आपको उच्चतम अंक प्राप्त करना होता है।