D Pharma Details in Hindi : डी फार्मा या डिप्लोमा इन फार्मेसी एक 2 वर्षीय पाठ्यक्रम है जो विद्यार्थियों को फार्मास्युटिकल विज्ञान के क्षेत्र में कदम रखने का अवसर प्रदान करता है। IMTS संस्थान द्वारा प्रदान किए गए दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम के माध्यम से, छात्र 20 अप्रैल 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। यह पाठ्यक्रम दवाओं, उनके रासायनिक गुणों, प्रभाव, और उपयोग पर केंद्रित है। इसमें फार्माकोलॉजी, फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री और फार्मास्युटिकल जुरिसप्रूडेंस जैसे विषय शामिल हैं। डी फार्मा सफलतापूर्वक पूरा करने पर, छात्रों के पास फार्मेसी के क्षेत्र में विविध करियर विकल्प होते हैं।
प्रवेश प्रक्रिया में 12वीं कक्षा में कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना शामिल है, विशेषकर विज्ञान विषयों में। कुछ संस्थान अपनी प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं। पाठ्यक्रम की अवधि 2 वर्ष है और इसमें फार्मेसी के मूल और व्यावहारिक पहलुओं को शामिल किया गया है। फीस संरचना संस्थान के अनुसार भिन्न हो सकती है, जो लगभग 20,000 रुपये से 1 लाख रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है। डी फार्मा पूरा करने के बाद, विद्यार्थी फार्मासिस्ट, क्वालिटी कंट्रोल एनालिस्ट, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव आदि के रूप में काम कर सकते हैं।
IMTS संस्थान डी फार्मा कार्यक्रम को ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा मोड में प्रदान करता है। यह भारत का एक प्रतिष्ठित संस्थान है जो मात्र 20,000 रुपये प्रति वर्ष की फीस पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करता है। छात्र 1500 रुपये में ऑनलाइन आवेदन कर प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। IMTS के साथ डी फार्मा की कुल अवधि 2 वर्ष है और संस्थान मजबूत उद्योग सहयोग के माध्यम से एक व्यापक शैक्षणिक अनुभव प्रदान करता है।
पात्रता: डी फार्मा कार्यक्रम में प्रवेश पाने के लिए, उम्मीदवार को विज्ञान विषयों (भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान) के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए।
शुल्क: IMTS संस्थान में डी फार्मा कार्यक्रम का शुल्क लगभग 20,000 रुपये प्रति वर्ष है, जबकि अन्य संस्थानों में यह 60,000 रुपये से 1 लाख रुपये तक हो सकता है।
विषय: डी फार्मा पाठ्यक्रम फार्मास्युटिकल विज्ञान से संबंधित विषयों पर केंद्रित है। इसमें फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी, फार्मास्युटिकल जुरिसप्रूडेंस, और कम्युनिटी फार्मेसी जैसे विषय शामिल होते हैं। यह पाठ्यक्रम दवाओं के विकास, उत्पादन और वितरण में शामिल विभिन्न पहलुओं की जानकारी प्रदान करता है।
डीफार्मा कोर्स की जानकारी
कोर्स स्तर | डिप्लोमा |
कोर्स का पूरा नाम | डिप्लोमा इन फार्मेसी |
अवधि | 2 वर्ष |
योग्यता | विज्ञान वर्ग में 10+2 होना चाहिए। |
प्रवेश का तरीका | मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर |
कोर्स फीस | 20,000 से 1,00,000 प्रति वर्ष |
औसत वेतन | 2,00,000 से 5,00,000 रुपये प्रति वर्ष |
D Pharma Details in Hindi : योग्यता
डी फार्मा करने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए? वह उम्मीदवार जो डीफार्मा कोर्स करना चाहते है उन्हें निम्न योग्यता को पूरा करना आवश्यक है:
- वह उम्मीदवार जिसने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी पास किया है वह डीफार्मा कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है।
- उम्मीदवार ने अपना 12वी भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान या गणित विषयों के साथ पूरा किया होना चाहिए।
- भारत के अधिकतम मेडिकल कॉलेज डीफार्मा में एडमिशन के लिए 12वी में न्यूनतम 50% अंको की करते है।
- वह उम्मीदवार जो आरक्षित क्षेणी के अंतर्गत आते है उन्हें अंको में 5 – 10% की छूट प्रदान की जाती है।
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डीफार्मा कोर्स क्यों करना चाहिए?
क्या डी फार्मा एक अच्छा कोर्स है? जी हाँ, डीफार्मा कोर्स करने के विभिन्न फायदे है, जिनमें उम्मीदवार अलग -अलग कारणों की बजह से डीफार्मा कोर्स करने का निर्णय ले सकता है, इसलिए हम आपको यहां कुछ कारण बता रह है कि आपको डीफार्मा कोर्स क्यों करना चाहिए:
- डीफार्मा कोर्स पूरा करने के बाद विभिन्न जगह काम करते है जैसे – अस्पताल, नर्सिंग होम, कॉलेज एंव मेडिकल कंपनियां आदि।
- ]एक फार्मासिस्ट के लिए मेडिकल इंडस्ट्री में बहुत सी जिम्मेदारियां होती है, क्योंकि वे समाज के नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण में योगदान करते हैं।
- डीफार्मा कोर्स छात्रों को फेल्क्सिबिलिटी प्रदान करता है, जिससे वह कोर्स पूरा करने के बड़ा दिन या रात में काम करता है क्योंकि अधिकतम हेल्थकेयर कंपनियों एंव अस्पताल में दिन, रात की शिफ्ट होती है।
- मेडिकल क्षेत्र बहुत तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि कुछ न कुछ नयी बीमारियां आती रहती है जिनके उपचार के लिए डॉक्टर एंव फार्मासिस्ट की आवश्यकता होती है।
डीफार्मा किसे करना चाहिए?
- वह छात्र जो हेल्थकेयर सेक्टर में करियर बनाने की इच्छा रखते है वह 12वीं के बाद डीफार्मा करने का निर्णय ले सकते है।
- वह उम्मीदवार जो कम समय में हेल्थकेयर इंडस्ट्री को समझना चाहते है और इसमें काम करना चाहते है उनके लिए ये एक बेहतर विकल्प हो सकता हैं।
- ये डिप्लोमा कोर्स उन उम्मीदवारों द्वारा भी किया जाता है जो खुद की मेडिकल एजेंसी या मेडिकल स्टोर शुरू करना चाहते है।
D Pharma Details in Hindi : पाठ्यक्रम
यहां आपको डीफार्मा कोर्स के दौरान पढ़ाये जाने वाले विषयों के बारे में जानकारी दी गयी है जिससे आपको ये समझने में मदद मिलेगी कि डीफार्मा में कौन – कौन विषय शामिल होते है।
प्रथम वर्ष : फार्मास्यूटिक्स 1, फार्मास्यूटिकल रसायन विज्ञान 1, बायोकेमिस्ट्री क्लीनिकल पैथोलॉजी, ह्यूमन एनाटोमी फिजियोलॉजी, हेल्थ एजुकेशन कम्युनिटी फार्मेसी आदि।
द्रितीय वर्ष : फार्मास्यूटिक्स 2, फार्मास्यूटिकल रसायन विज्ञान 2, एंटीबायोटिक्स, हिप्नॉटिक्स, फार्माकोलॉजी एंव टॉक्सिकोलॉजी, फार्मास्यूटिकल जुरीसप्रूडेंस, ड्रग स्टोर बिज़नेस मैनेजमेंट, हॉस्पिटल क्लीनिकल फार्मेसी आदि।
D Pharma Details in Hindi : कोर्स फीस
डी फार्मा में 2 साल की फीस कितनी होती है?किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने से पहले उसके फीस सरंचना को समझना अति आवश्यक है, इसलिए अगर आप किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय से डीफार्मा कोर्स करने के बारे में सोच रहे है तो पहले उस कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर कोर्स फीस की जानकारी देख ले।
डी फार्मा में 2 साल की फीस कितनी होती है? ये देखा गया है कि अगर आप सरकारी कॉलेज से डीफार्मा कोर्स करते है तो आप 30,000 से 1,00,000 रुपये के बीच पूरा कोर्स कर सकते है वही दूसरी ओर अगर आप किसी प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेते है तो आपको कोर्स फीस के रूप में 60,000 से 2,00,000 रुपये के बीच में भी देने पढ़ सकते है।
D Pharma Details in Hindi : एडमिशन प्रक्रिया
डीफार्मा कोर्स में एडमिशन आप दो तरह से ले सकते है, जिनमें भारत के अधिकतम कोर्स मेरिट के आधार पर एडमिशन करते है जबकि कुछ शीर्ष कॉलेज प्रवेश परीक्षा के आधार पर छात्रों को एडमिशन के लिए चुनते है।
मेरिट के आधार पर एडमिशन प्रक्रिया
- आप जिस भी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है वहां पर एडमिशन के लिए आवेदन करे।
- आवेदन के दौरान आपकी निजी जानकारी एंव आवश्यक दस्ताबेजों की मांग की जाती है, जिनमें आधार कार्ड, शैक्षिक प्रमाण पत्र, फोटो एंव हस्ताक्षर आदि शामिल है।
- आवेदन करने के कुछ दिन कॉलेज द्वारा आपके 12वी के अंको के आधार पर न्यूनतम कटऑफ जारी की जाती है जिसमें अगर आप स्थान पा लेते है तो आप एडमिशन के लिए योग्य हो जाते है।
- कटऑफ प्रक्रिया से गुजरने के बाद छात्रों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है जिसमें उन्हें कोर्स फीस भी जमा करनी होती है।
प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन प्रक्रिया
अगर आप भारत के शीर्ष फार्मा कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते है तो आपको पहले आपको प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी, प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- उम्मीदवार को प्रवेश परीक्षा आयोजित कर्त्ता की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर डीफार्मा कोर्स के लिए ऑनलाइन आवेदन कर पंजीकरण करना होगा।
- उम्मीदवार आवेदन के दौरान ध्यान दे कि वह सभी आवश्यक जानकारी एंव दस्ताबेज ध्यान पूर्वक सबमिट करे, जिससे कि आवेदन फॉर्म निरस्त न हो।
- आवेदन के दौरान आवश्यक दस्ताबेज में शैक्षिक मार्कशीट, आधार कार्ड आदि दस्ताबेज शामिल है।
- आवेदन करने के कुछ दिन बाद प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसमें उम्मीदवार को एडमिशन के लिए उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
- परीक्षा के कुछ दिन रिजल्ट जारी किया जाता है जिसमें आप अच्छा स्कोर करते है तो आप एडमिशन के लिए योग्य हो जाते है।
- इस चरण में उम्मीदवार को काउंसलिंग प्रक्रिया से गुजरना होता है यह प्रकिया पूरी होने के बाद आपका एडमिशन सफलतापूर्वक हो जाता है।
D Pharma Details in Hindi : प्रवेश परीक्षा
भारत में विभिन्न राष्ट्रीय एंव राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है जिनके माध्यम से आप डीफार्मा कोर्स में एडमिशन ले सकते है।
जीपीईटी (GPAT) :- जीपीईटी का पूरा नाम ग्रेजुएट फार्मेसी एडमिशन टेस्ट है, जो राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न फार्मेसी कोर्सेस में एडमिशन के लिए आयोजित किया जाता है। भारत के विभिन्न शीर्ष विश्वविद्यालय जीपीईटी स्कोर के आधार पर डीफार्मा कोर्स में एडमिशन देते है।
डीफार्मा राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाएं:
- पश्चिम बंगाल संयुक्त प्रवेश परीक्षा – फार्मेसी (WBJEE – Pharmacy)
- उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा – फार्मेसी (UPSEE – Pharmacy)
- ओड़िसा संयुक्त प्रवेश परीक्षा – फार्मेसी (OJEE – P)
- महाराष्ट्र राज्य सामान्य प्रेवश परीक्षा – फार्मेसी (MHT CET)
- राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (RUHS – P)
- कर्नाटक सामान्य प्रवेश परीक्षा (KCET)
- गुजरात सामान्य प्रवेश परीक्षा (GUJCET)
- गोवा सामान्य प्रवेश परीक्षा (GOA CET)
डीफार्मा कोर्स में नौकरी के अवसर
डी फार्मा करने के बाद हम क्या कर सकते हैं? डीफार्मा कोर्स पूरा करने के बाद, उम्मीदवार के पास विभिन्न विकल्प है जहां से वह अपने करियर की शुरुआत कर सकता है।
- अगर आप डीफार्मा कोर्स करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए बीफार्मा कोर्स करना चाहते है तो आप सीधे बीफार्मा के द्रितीय वर्ष में एडमिशन ले सकते है।
- वह उम्मीदवार जो नौकरी की इच्छा रखता है वह विभिन्न सरकारी एंव प्राइवेट अस्पताल एंव कंपनियों में ड्रग स्टोर में काम कर सकता है।
- डीफार्मा कोर्स करने का सबसे अच्छा फायदा है कि आप खुद का फार्मा स्टोर खुल सकते है, जिसमें पैसा कमाने की अपार संभावना होती है।
अभी यहां आपको कुछ नौकरी प्रोफाइल एंव उनके वेतन के बारे में जानकारी प्रदान की गयी है जिनके रूप में आप काम कर सकते है:
नौकरी प्रोफाइल | औसत वेतन |
फार्मासिस्ट | 1.99 से 3.3 लाख रुपये प्रति वर्ष |
वैज्ञानिक अधिकारी | 3 से 6.47 लाख रुपये प्रति वर्ष |
उत्पादन कार्यकारी | 2.42 से 4 लाख रुपये प्रति वर्ष |
मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट | 3.5 से 4.2 लाख रुपये प्रति बर्ष |
विश्लेषणात्मक रसायनज्ञ | 3 से 4.3 लाख रुपये प्रति बर्ष |
पैथोलॉजिकल लैब साइंटिस्ट | 2.8 से 3.8 लाख रुपये प्रति बर्ष |